ग्राफ़िक डिजाईन
आपने Graphic Designing के बारे में तो सुना होगा। मगर बहुत कम लोग इसे सही से जानते है। अगर आप क्रिएटिव है और आपका कला की ओर झुकाव है तो आपको ग्राफिक डिजाइनिंग फील्ड के बारे में ज़रूर जानना चाहिए यह आपके लिए बेहतर करियर ऑप्शन साबित हो सकता है।
ग्राफिक डिजाइनिंग के अंतर्गत कई फील्ड्स होती है जैसे कि-
1. Concept Artist- Concept Artist का काम होता है कि वो पहले अपनी इमेजिनेशन से पैदा हुए किरदार को किसी कागज पर उतारे फिर ग्राफिक डिजाइन सॉफ्टवेयर की मदद से उस किरदार को एनिमेटेड कैरेक्टर में बदलते हैं।.
2. Multimedia Manager- ये Concept Artist के तैयार किए हुए ग्राफिक डिजाइन को एनिमेशन में बदल कर कंप्यूटर आधारित फिल्म या लाइव एनिमेशन तैयार करते हैं। इनके बनाए डिजाइन आपको वेब पेज, टीवी एडवरटाइजमेंट, कंप्यूटर गेम्स और फिल्मों में देखने को मिलते हैं।.
3. Web Designer– Web Designer बनने के लिए आपको HTML, CSS, Java Script आदि कंप्यूटर लैंग्वेज की जानकारी होनी चाहिए। Web Designer वेबसाइट को बनता है उसे डिजाइन करता है और वेबसाइट कैसे काम करेगी और उससे जुड़ी एप्लिकेशन को बनाने के लिए काम करता है।.
4. User Interface Designer- यह काम करते हैं कि किसी भी डिजाइन का लुक कैसा होगा। वह स्केच, फोटोशॉप, इलस्ट्रेटर जैसे डिजाइनिंग सॉफ्टवेयर का उपयोग कर डिजाइन के रंग, आकार जैसी चीजों को तय करता है। .
5. Art Director- इनकी ज़िम्मेदारी होते हैं कि कोई विज्ञापन, पोस्टर या एनिमेशन को किस रूप में ऑडिएंस को दिखाना है। यह अपने क्लाइंट की जरूरत के अनुसार उनके idea को उपभोक्ता तक पहुंचाने का काम करते हैं।
Graphic Designer कैसे बनें?
ग्राफिक डिजाइनर बनने के लिए आपको कुछ चीज़ों पर ध्यान देना होगा जैसे कि-
1. Educational Qualification:- ग्राफिक डिजाइनर बनने के लिए कोई फिक्स कोर्स नहीं बना हुआ है। आपको न्यूनतम 12 पास होना आवश्यक है। इसके लिए आपको ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन करने की भी ज़रूरत नहीं है। आप 12 कक्षा को पूरी करने के बाद सीधा Graphic designing में डिप्लोमा कर सकते है।
2. Skills:- एक अच्छा डिजाइनर बनने के लिए Drawing, Typography तथा layout से जुड़ी जानकारी होना जरूरी है तभी आप इस फील्ड में माहिर बन सकते है ।
3. Course Duration:- अगर आप चाहें तो आप ग्राफिक डिजाइन कोर्स को ग्रजुऐशन या पोस्ट ग्रजुएशन करने के बाद भी कर सकते है! इन डिप्लोमा कोर्सेज कि अवधि 6 माह से लेकर 3 साल तक हो सकती है।
4. ग्राफ़िक डिज़ाइन सीखने के लिए अपने पसंद के छेत्र का चयन करें- ग्राफिक डिजाइनिंग सीखने से पहले आपको ये निर्णय लेना होगा कि आप किस फील्ड से ग्राफिक डिजाइनिंग करना चाहते हैं जैसे कि, Advertising, Web Development, Multimedia या फिर Animation, ये सभी फील्ड ग्राफिक डिज़ाइन के अलग-अलग रूप माने जाते हैं। जिस भी फील्ड में आपकी रुचि हो आपको उसी का चयन करना चाहिए।
5. अलग-अलग सॉफ्टवेयर का प्रयोग – हर डिजाइन एक ही सॉफ्टवेयर से बन जाए ऐसा जरूरी नहीं इसलिए एक अच्छा ग्राफ़िक डिजाइनर बनने के लिए आपको अलग अलग तरह के सॉफ्टवेयरो पर काम करना आना चाहिए ।
कुछ बेसिक सॉफ्टवेयर जिनका इसतेमाल ग्राफिक डिजाइनिंग में होता है उनके नाम इस प्रकार हैं –
PHOTOSHOP, COREL DRAW, ILLUSTRATOR,IN DESIGN, LIGHTROOM,
AFTER EFFECTS, PREMIUM PRO,SPARK, FLASH,ADOBE XD.
अच्छा डिजाइनर बनने के लिए इन सॉफ्टवेयर को इस्तेमाल करना आना बहुत ज़रूरी है।
ये सब सॉफ्टवयर्स सस्ते नहीं होते और अगर आप अभी इसकी शुरुआत ही कर रहे हैं तो ये सॉफ्टवयर्स इस्तेमाल करने में आपको परेशानी हो सकती है। शुरुआत करने के लिए पहले कुछ फ़्री सॉफ्टवयर्स जैसे कि, Gimp, Scribus, Inkscape और Pixlr का इस्तेमाल करें।
Graphic Designing के कौन कौन से कोर्स हैं?
ग्राफिक डिजाइनिंग कोर्सेज को करने के लिए बहुत से प्राइवेट इंस्टीट्यूट्स में सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्सेज कराए जाते हैं। इन कोर्सेज के नाम हैं-
1. Diploma in Graphic Design- यह 6 महीने का कोर्स है और इसे आप 12 के बाद कर सकते हैं।
2. Certified Courses in Graphics Design- यह भी 3-6 महीने का कोर्स है और इसे आप 12 के बाद कर सकते हैं।
3. Bachelor in Fine Arts- यह कोर्स चार साल का होता है और इसके लिए 12वीं पास होना जरूरी है।
4. Post Graduate Diploma in Graphic Design- यह एक साल का कोर्स है अर इसे ग्रेजुएशन खत्म होने के बाद किया जाता है।
5. Bachelor of Design in Graphic Design
6. Arts in Graphic Design ‘Master of Arts’
7. Graphic Design ‘Master of Design in Graphic design’
भारत के प्रमुख संस्थान जो ये कोर्स करते हैं उनके नाम हैं-
1. NID (Design of National Institute), Ahmadabad
2. IIT Bombay
3. Pearl Academy, Delhi
4. NIFT, Delhi
5. MIT Institute of Design, Pune
6. Amity Noida
7. MAAC Delhi
8. Arena Delhi NCR
Graphic designing में कहा नौकरी मिल सकती है?
आज कल ग्राफ़िक डिज़ाइनिंग का इस्तेमाल हर जगह किया जा रहा है, उदाहरण के तौर पर Facebook और YouTube को देखे तो अगर उनका डिजाइन साधारण और अट्रैक्टिव ना होता तो शायद वो इतना सक्सेसफुल ना हो पाते।
इसी तरह से हर नई कंपनी को अपनी Branding के लिए Graphic Designer की ज़रूरत होती है। जो उनके Logo, वेबसाइट डिज़ाइन और उनकी सोच को प्रोफेशनल तरीके से स्क्रीन पर उतार सके।
क्या है ग्राफिक डिजाइनिंग?
ग्राफिक डिजाइन एक तरह की आर्ट है, जिसमें टेक्स्ट और ग्राफिक की मदद से मेसेज इफेक्टिव बनाया जाता है। मेसेज ग्राफिक्स, लोगो, ब्रोशर, न्यूज लेटर, पोस्टर या फिर किसी भी रूप में हो सकता है।
क्या हैं करियर ऑप्शंस?
हर तरफ दिखती चमक ग्राफिक डिजाइनर्स की ही मेहनत है। पब्लिक रिलेशन, न्यूज पेपर, ऐडवर्टाइजिंग एजेंसी, वेब पेज मैगजीन और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया जैसी फील्ड्स में ग्राफिक डिजाइनर्स की डिमांड रहती है। फिल्म, विज्ञापन और एनिमेशन फील्ड में इनकी डिमांड तेजी से बढ़ी है।
कैसा मिलता है पैकेज?
इस फील्ड में 15 से 30 हजार रुपये से ही शुरुआत होती है, लेकिन बाद में एक्सपीरियंस बढ़ने के साथ आपकी सैलरी एक-डेढ़ लाख रुपये तक भी जा सकती है।
कोर्स सिलेबस
ग्राफिक डिजाइनिंग के सिलेबस में कोरल ड्रॉ, फोटोशॉप, थ्री डी, क्वॉर्क जैसे कई सॉफ्टवेयर सिखाए जाते हैं। साथ ही डिजिटल, ऑडियो-विडियो प्रॉडक्शन के अलावा ग्राफिक से जुड़ी कई टेक्निकल चीजों भी बताई जाती हैं।
मीडिया के व्यापक स्पेक्ट्रम जैसे प्रिंट और डिजिटल दोनों:
विज्ञापन, ब्रांडिंग, वेब डिज़ाइन, इंटरफ़ेस डिज़ाइन, पत्रिका लेआउट, पेपर इंजीनियरिंग और पैकेजिंग, टीवी, मोशन ग्राफिक्स, इन्फोग्राफिक्स, साइनेज, कला और प्रतिष्ठान और डिजिटल कला। यदि आप ग्राफिक डिजाइन में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं, तो आप अनिवार्य रूप से उन क्षेत्रों में से एक में काम का निर्माण करेंगे। पिछले कई दशकों में इसने पॉप कला, राजनीतिक कला और व्यावसायिक कला के माध्यम से संस्कृति को आकार दिया है।
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