कम्प्यूटर की पीढ़ियाॅ
कम्प्यूटर की पीढ़ियाॅ एवं अनुप्रयोग
(Generations of computer)
कम्प्यूटर के आंतरिक परिपथ में विकसित किये गयें नये तार्किक भाग (Logical element) में निम्नलिखित सुधार होते गएः
A. कार्य करने की गति में वृद्धि।
B. आकार में छोटा होना।
C. सस्ता होना।
D. सुगमता
E. संग्रहण क्षमता में वृद्धि।
F. नये अनुप्रयोगों में वृद्धि।
First Generation
of Computers: (1942-1945) (ENIAC)
Electronics Numerical Integrator and Calculator. यह कम्प्यूटर को सन् 1946 में एस्कर्ट और मुचली द्वारा बनाया गया यह दुनिया का सबसे वृहद स्तर का जनरल पर्पज इलेक्ट्रानिक कम्प्यूटर था। यह 100 फीट लम्बा व 10 फीट ऊंचा था।
इसमें 18000 वैक्यूम ट्यूब (Vaccum Tube) थी और यह 140 किलोवाट (Kilowatts) विद्युत से चलता था। इसका वजन करीब 30 टन था।
सबसे पहला प्रोग्राम कम्प्यूटर सन् 1949 मे Professor Maurice wilkes (Mathematics laboratory, Cambridge University, U.k.) एड्सक (EDSAC – Electronic Delay storage Automatic Calculator) के रूप में तैयार किया इसके अलावा वाॅन न्यूमान ने सन् 1950 में एडवेक (EDVAC – Electronic Discrete Variable Automatic Computer) विकसित किया।
वाणिज्यिक कम्प्यूटिंग (commercial computing) की शुरूआत सन् 1951 में हुई जबकी जनगणना के लिए अमेरिकन ब्यूरो ने यूनिवेक (Univac) कम्प्यूटर (Universal Automatic Computer) खरीदा। यह कम्प्यूटर (ENIAC) का विकसित रूप था।
प्रथम पीढी के गुण (Attributes
of the first generation) (1942 to 1955)
1. वैक्यूम ट्यूब (Vacum Tubes) – प्रथम पीढी के कम्प्यूटरों के आंतरिक परिपथ मेें मुख्य तार्किक पुर्जा (Logic Element) वैैैक्यूम ट्यूब लगाया जाता था।
2. पंचकार्ड पर आधारित - प्राथमिक इनपुट था आउटपुट के लिए पंचकार्डो का कम्प्यूटर सिस्टम में उपयोग होता था।
3.मैग्नेटिक ड्रम आंतरिक मेमोरी (Magnetic Drum Internal Memory) प्रथम पीढी के कई कम्प्यूटरों में स्मृति के रूप में मेग्नेटिक ड्रम काम में लाया जाता था। पंचकार्ड से प्राप्त डाटा व प्रोग्राम इस चुम्बकीय ड्रम के रूप में संग्रहीत किये जाते थें।
4. सीमित अनुप्रयोग (Limited Application) प्रथम पीढी के कम्प्यूटर वाणिज्यिक कार्य, जैसे - वेतन पत्र (Payroll) तैयार करना, बिलिंग और लेखांकन (Accounting) के कार्य ही करते थे। इन कार्यो को मानवीय शक्ति से करना सस्ता था। क्योंकि उस समय कम्प्यूटर बहुत ही महॅंगे थे।
5. मशीन तथा असेम्बली भाषा में प्रोग्रामिंग प्रथम पीढी के कम्प्यूटरों में दो कम्प्यूटर भाषा प्रचलित थी। पहली मषीनी भाषा, तथा दूसरी असेम्बली भाषा।
कम्प्यूटर की दूसरी पीढी (1955 – 1964)
द्वितीय पीढी के कम्प्यूटर में मुख्य तार्किक पुर्जा (Main Logic Element) वैक्यूम ट्यब के स्थान पर ट्रांजिस्टर (Transistor) लगाया जाने लगा जिसे William shockley ने सन् 1947 में विकसित किया था।
Advantage:-
1. इसकी कार्य करने की गति में वृध्दि हुई।
2. इसका आकार पहले से छोटा हो गया।
3. ट्रांजिस्टर लगाकर मशीन कम गरम होता था और विघुत की खपत भी कम होती थी।
4. यह पहले से विश्सवनीय हो गया।
5. operator उपयोग होने लगा।
Disadvantage:-
1. A C की कमी जिससे इसे अधिक समय तक उपयोग में नहीं लाया जा सकता था।
2. कीमत महंगे होने से लोगों के पहुॅच से दूर था।
कम्प्यूटर की तृतीय पीढी (1964 to 1975)
तृतीय पीढी के कम्प्यूटर में Transistor के स्थान पर IC (Integrated circuit) का उपयोग होने लगा.
Advantage:-
1. इसका साइज़ छोटा हो गया.
2. अधिक विश्सवनीय हो गया।
3. ज्यादा गरम नहीं होता था। जिससे काम करने में सुविधा हुआ।
4. कम विद्युत का खपत होने लगा।
5. लोगों के पास आना शुरू हुआ क्योंकि पहले की तुलना में इसकी कीमत कम हुई।
Disadvantage:-
1) A.C.की कमी
2) Highly sophisticated Technology
made for I.C. A
कम्प्यूटर की चतुर्थ पीढी (1975 to अब तक)
इस पीढी में IC के स्थान पर पूरे IC के ग्रुप का उपयोग किया जाने लगा तथा इसके सुचारू रूप में बदलने की सुविधा हुई।
Advantage :-
1. Smaller size of component
2. अधिक Reliable
हो गया
3. यह कम गरम होता है
4. विधुत की मात्रा में कमी हुई
5. Not AC Required.
Disadvantage:-
Highly sophisticated technology made
for , SST, VIST, MST, LST.
Fifth Generation:- Yet to come
इसमें Computer के स्वयं सोचने की क्षमता पैदा की जा रही है। Computer को सभी क्षेत्रों में कार्य कर सकने योग्य बनाया जा रहा हैं।
Computer के लाभ (Advantages of Computer)
1. कार्य क्षमता
a) कम्प्यूटर तेज गति से कार्य करता हैं।
b) कम्प्यूटर शुद्ध एवं सही (Accurate) गणनाए करते हैं।
c) Computer की क्षमता में समय के साथ कोई कमी नही आती हैं।
d) Computer का महत्व बहुमुखी (Versatile) है
e) Computer
f) Computer एक स्वचालित मशीन हैं।
2. उत्पादकता (Productivity) : संयंत्र में कम्प्यूटर के माध्यम से स्वचालित मशीनों द्वारा अच्छे उत्पादों का काम किया जाता हैं। इससे उत्पादो का स्तर भी बढता हैं।
3. स्वरोजगार में वृध्दि (Increase in Employment) : कम्प्यूटर ने रोजगार के नये क्षेत्रों को जन्म दिया हैं संयंत्रों व संगठनों के कम्प्यूटरकृत हों जाने पर नये रोजगार के अवसर खुले हैं।
4. जीवन स्तर में वृद्धिः कम्प्यूटर के कारण आम आदमी के जीवन स्तर में सूधार हुआ हैं। कार्यालयों में एक समान नीरस कार्य को कम्प्यूटर कर लेता हैं। जिससे अब कर्मचारी चुनौतीपूर्ण कार्यो की तरफ ध्यान केन्द्रित कर सकते हैं।

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