आदतें योग्यता की, एकता एवं परोपकारिता की



 योग्यता की आदतें

1. Choosing to Deliver  लोग आप पर विश्वास  करते हैं जब आपका सफलता का एक तय रिकार्ड होता है। इसका अर्थ यह है कि आप अपने किये गए वादो पर खरे उतरते हैं और परिणाम प्रस्तुत करते हैं। वादा करते समय यह ध्यान रखें कि आप उन्हें पूरा कर सके और वादा तभी करें जब आप उन्हें पूरा करने में सक्षम हो तथा शब्द ‘‘वादा’’ का उपयोग करने में सावधानी रखें। यदि आप कोई वादा किसी से करते हैं तो यह सुनिष्चित करें कि वह पूरा हो। वादे को तोड़ना या पूरा न करना बड़ी ही आसानी से व्यक्तियों का भरोसा तोड़ता है।

2. Choosing to Coach  किसी खेल में कोच की सबसे पहली प्राथमिकता यह होती है कि वह खिलाड़ियों की अधिकतम योग्यता और सफलता पाने में सहायता करें। जब लीडर खेल कोच की तरह व्यवहार करने आदत विकसित कर लेते हैं तो वो उनके अंतर्गत आने वाले व्यक्तियों को स्वयं से पहले रखते हैं। एक लीडर का कार्य सीधा और सरल है - अपने व्यक्तियों की सफल होने में सहायता करना। 

3. Choosing to be consistent    किसी भी लीडर के विश्वनीय होने के लिए उसका अनुमानित एवं निरंतर व्यवहार अत्यंत आवश्यक  है। आपके अंतर्गत आने वाले व्यक्ति आप पर विश्वास करते हैं जब आप निरंतर तरीके से व्यवहार करते हैं। असाधारण तरीके से व्यक्त व्यवहार वाले व्यक्ति तथा अनियमित व्यवहार आपके व्यक्तियों को पीछे खींचता है क्योंकि वे आश्वस्त  नहीं होते कि परेशानिया आने पर कैसा व्यवहार करेंगे। 

एकता की आदतें 

1. Choosing to be honest  ईमानदारी या विश्वास एकता का आधार है। इसका अर्थ यह है कि अगर आप सच कहते हैं, गलतीयों को स्वीकार करते हैं, और सही नैतिक निर्णय लेते हैं। यदि व्यक्ति आपके शब्दों पर विश्वास नहीं करता तो वे आपसे संबंधित किसी भी विषय पर विश्वास नहीं कर पाते हैं।

2. Choosing to be open  विश्वास  भरे हुए लीडर सूचनाओं को खुले एवं पारदर्शी तरीके से सामने रखते हैं। वे अपने टीम के सदस्यों को सूचित करते रहते हैं ताकि सही उत्तरदायी निर्णय लिए जा सके क्योंकि बिना सही सूचनाओं के व्यक्ति अंधेरे में ही चिल्लाता रह जायेगा। 

3. Choosing to be humble    विश्वास से भरे हुए लीडर विनम्र भी होते हैं। विनम्र का अर्थ कमजोर नहीं है बल्कि विनम्र का अर्थ नियंत्रित शक्ति से है। विनम्रता के साथ नेतृत्व का मतलब है कि आप अपने व्यक्तियों को आवश्यक  तथा स्वयं जितना महत्वपूर्ण समझते हैं। 

परोपकारिता की आदतें 

1. Choosing to evangelize    बुरे काम की वकालत करने वाले लीडरों को आवश्यकता है पवित्र होने की, जो यह मानते हैं कि उनकी संस्था में ही सारी अच्छी बातें होती हैं। बुरी बातें जंगल की आग की भाँति फैलती है। और विश्वशनीय लीडर हमेशा अपने लोगों को संस्था के उद्देष्य और लक्ष्य के प्रति समर्पित बनाये रखते हैं।

2. Choosing to be brave  नेतृत्व केवल मन से सोचने से नहीं है। लीडर को कड़े निर्णय लेने पड़ते हैं, अनिश्चित  परिस्थिति और अपूर्ण सूचनाओं के साथ। विश्वनीय लीडर संस्था के प्रति उनके मूल्य को बनाये रखते हुए सही निर्णय लेने का अपना साहस दिखाते हैं। 

3. Choosing to be kind   जब विश्वास बनाने की बात आती है तो दयालुता को कम नहीं समझा जाना चाहिए। सभी लीडरों की दयालुता प्रकट होती है जब वे आपसी सामंजस्य बढ़ाते हैं, तारीफ करते हैं और टीम सदस्यों को पहचानते हैं। और व्यक्तिगत सौहार्द बनाते हैं।

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