ज्ञान लेना इन्वेस्टमेंट है
ज्ञान वो इनवेस्टमेंट है जिसका मुनाफा जीवन के अंत तक मिलता है। एक सामान्य जीवन जीने के लिए अगर किसी व्यक्ति को रोटी, कपड़ा और मकान के अलावा सबसे ज्यादा किसी चीज की जरूरत होती है तो वो है शिक्षा, यदि आप के पास धन है तो आप उसे सोनेे में बदल सकते है पर यदि धन को हम नाॅलेज में कनवर्ट करते हैं तो ना ही वो कभी कम होगा और ना ही उसकी चोरी हो सकती है.
ज्ञान हमेशा लेते रहे चाहे वह कही से भी मिले एक बार की बात है एक कार कंपनी ने बढ़िया कार डिजाईन किया उसे लांच करने के लिए अब मार्केट में ले जाना था किन्तु उस फैक्ट्री जहाँ पर कार डिजाईन किया गया था उसका गेट की साइज़ कार से 1 इंच छोटी थी और कार बनाते समय किसी को दरवाजे का ध्यान नहीं रहा अब लौन्चिंग का समय हो रहा था तब सभी विचार करने लगे की दरवाजा तोड़ देना चाहिए नहीं तो कार की लांचिंग का समय निकल जायेगा सभी विचार विमर्ष करके दरवाजा तोड़ने ही वाले थे की गेट के पास खड़ा चोकीदार ने कहा क्या हो गया साहब दरवाजा क्योँ तोड़ रहे है तभी किसी ने कहा फैक्ट्री से कार को बाहर निकलना है लेकिन दरवाजा 1 इंच छोटा हो गया है. तभी वो चौकीदार बोला साहब बुरा ना माने तो एक बात बोलू. मेनेजर ने उससे गुस्से से कहा बोलो? जैसे ही चौकीदार ने कहा साहब क्यों ना कार की हवा निकल दिया जाए जिससे कार एक इंच से 2 इंच कम हो जायेगा और कार आसानी से निकल जायेगा. मेनेजर बड़ा खुश हुआ और बोला मुझे माफ़ करना मैं गुस्से में कुछ ज्यादा ही बोल दिया.
मैं समझता हूँ कि इंसान को अपना नाॅलेज हमेशा बढ़ाते रहना चाहिये. देखिये गुरूकुल की प्रथा हमारी संस्कृति का हिस्सा है ज्ञान प्राप्त करके राम मर्यादा पुरषोत्तम राम बने, और अर्जुन सर्वश्रेष्ठ योद्धा बने समय के साथ गुरूकुल का स्थान बदल गया पर गुरू का स्थान नहीं बदला, वो हमेशा सबसे ऊंचा रहा है।
आप भी अपने ज्ञान के द्वारा जोर - दार सफलता हासिल करें अपना कम्पनी का एवं अपने परिवार का नाम रोशन करें।
धन्यवाद आपने अपने कीमती समय का उपयोग इस ब्लॉग को पड़ने के लिए दिए.
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