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Showing posts from November, 2020

Output Devices

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Output Devices 1.Monitor 2. Printer 3. Plotter 4. HeadPhone 5. Speaker 1. Monitor :-  Monochrome and Color Display Devices .Mono  का अर्थ हैं Single (एकल) और Chrome का अर्थ हैं ब्वसवत (रंग) इसीलिए  Monochrome  Display Device  एकल रंग के Monitor होते हैं। जैसे  Black and white T.V. . Color Monitor  रेड-ग्रीन-ब्लू - RGB  प्रकार का होता हैं।  Red Green Blue  प्रकार के कारण उच्च रेजोलूशन (Resolution)  का  Output Display  हो सकता हैं। कम्प्यूटर मे पर्याप्त  RAM –Random Access Memory  के उपलब्ध होने पर इस  Monitor  में हम 8 से 16,000,000 तक रंगों को  Display  कर सकते हैं। VGA:. Video Graphic Adapter CRT: Cathode Ray Tube LCD: Liquid Crystal Display VDU: Video Display Unit LED:  Light Emitting Diode 2. Plotter-  यह एक  Output Device  हैं जो चार्ट  (Charts)  चित्र (Drawing) त्रिविमीय नक्शे (Map) रेखाचित्र और अन्य प्रकार की हार्डकाॅपी प्रस्तुत करने का ...

चूहा फस गया जाल में कही आप भी तो नहीं फंसे!

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अनाज से भरे एक जार के शीर्ष पर एक "चूहा" रखा गया था। वह अपने आस-पास इतना भोजन पाकर बहुत खुश था। अब उसे भोजन की तलाश में इधर-उधर भागने की जरूरत नहीं है और वह खुशी-खुशी अपना जीवन व्यतीत कर सकता है। जैसा कि उसने अनाज का आनंद लिया, कुछ दिनों के बाद में, वह जार के तल पर पहुंच गया। अब वह फंस गया है और वह इससे बाहर नहीं आ सकता है। उसे जीवित रहने के लिए किसी को उसी जार में अनाज डालने के लिए पूरी तरह से निर्भर होना पड़ता है। उसे अपनी पसंद का अनाज भी नहीं मिलेगा और वह चुन भी नहीं सकता। अगर उसे जीवित रहना है। यहाँ से मेरे शीर्ष 4 सबक हैं: 1) लघु अवधि के सुखों से लंबी अवधि के जाल बन सकते हैं। 2) यदि चीजें आसान हो रही हैं और आप सहज हो रहे हैं, तो आप जीवित रहने के मोड में फंस रहे हैं। 3) जब आप अपने कौशल का उपयोग नहीं कर रहे हैं, तो आप अपना कौशल खो रहे हैं। 4) यदि आप सही समय पर सही कार्रवाई नहीं करते हैं, तो आपके पास जो है वह खत्म हो जाएगा और बाहर आने की स्थिति में नहीं होगा। ज्यादा अच्छा यह है की हमेशा कुछ नया करते रहे नए Action💪 जीवन भर लेते रहना चाहिए.  ----- Motivational Book

ऊर्जा को व्यर्थ गवाने से बचे

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             किसी कार्य को करते समय यदि हम तनाव महसूस करते है तो हम अपने बहुमूल्य समय के साथ-साथ ऊर्जा को भी व्यर्थ करते है यदि यह ऊर्जा को सही जगह पर लगाया जाय तो हम अपने बैंक बैलेंष मे बढ़ोतरी कर सकते है उपयुक्त अधिकारो को प्राप्त करने के लिए फोकस (FOCUS) करना पड़ता है। फोकस करने के बाद हम आगे की रणनीति बना पाते है ( STRATEGY)  जब हमारी रणनीति बन जाती है तब हम विचार करते है कि हमारे व्यापार को बढ़ाने के लिए फंड, व्यक्ति, कस्टमर को आकर्षित( Attract ) करना है। यह करने पर हम कामयाबी को हासिल ( Achieve ) करते है। पर यह कामयाबी से हमे आगे बड़ना है।  इसलिए हमें अपना कारण ( Cause ) अपने कार्य से ऊपर बढ़ाते है इससे हमारा कल सुनिश्चित हो जाता है ( Better Tomorrow ) और हम समाज, देश और दुनियां पर छाप ( Commoditization ) छोड़ते है।  

कंप्यूटर का परिचय

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‘‘कम्प्यूटर की संरचना एवं उसके भाग’’  Computer structure and its parts कम्प्यूटर के भाग  (Parts of computer) Computer, User & Software  के साथ मिलकर एक प्रणाली के रूप में कार्य करता हैं जिसे  Computer  प्रणाली  (Computer System)  कहते हैं। इस  Computer  प्रणाली में प्रायः  system unit ,keyboard, mouse, monitor & Printer  उपयोग किये जाते हैं। कम्प्यूटर के हार्डवेयर को  Computer  के भाग भी कहा जाता हैं।  Computer  के ये भाग परस्पर जुडें रहते हैं। किसी  Computer  के मुख्य भाग निम्न होते हैं- 1) सिस्टम यूनिट  (System Unit)  - यह कम्प्यूटर का मुख्य भाग हैं जिसमें सी.पी.यू. और अन्य डिवाइसेज का परिपथ होता हैं। 2) कीबोर्ड और माउस - ये डाटा और प्रोग्रामों को स्वीकार करते हैं और इन्हें  System Unit  में प्रेशित करते हैं। ये इनपुट यूनिट के रूप में कार्य करते हैं। 3) माॅनीटर और प्रिंटर - ये सिस्टम यूनिट से प्राप्त परिणामों को यूजर को प्र्रदान करते हैं और इन्हें सिस्टम यूनिट में  Out...

कम्प्यूटर की पीढ़ियाॅ

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कम्प्यूटर की पीढ़ियाॅ एवं अनुप्रयोग (Generations of computer) कम्प्यूटर के आंतरिक परिपथ में विकसित किये गयें नये तार्किक भाग (Logical element) में निम्नलिखित सुधार होते गएः A. कार्य करने की गति में वृद्धि। B. आकार में छोटा होना। C. सस्ता होना। D. सुगमता E. संग्रहण क्षमता में वृद्धि। F.  नये अनुप्रयोगों में वृद्धि। First Generation of Computers: (1942-1945) (ENIAC)     Electronics Numerical Integrator and Calculator. यह कम्प्यूटर को सन् 1946 में एस्कर्ट और मुचली द्वारा बनाया गया यह दुनिया का सबसे वृहद स्तर का जनरल पर्पज इलेक्ट्रानिक कम्प्यूटर था। यह 100 फीट लम्बा व 10 फीट ऊंचा था। इसमें 18000 वैक्यूम ट्यूब (Vaccum Tube) थी और यह 140 किलोवाट  (Kilowatts) विद्युत से चलता था। इसका वजन करीब 30 टन था।      सबसे पहला प्रोग्राम कम्प्यूटर  सन् 1949 मे  Professor Maurice wilkes (Mathematics laboratory, Cambridge University, U.k.) एड्सक  (EDSAC – Electronic Delay storage Automatic Calculator...