पिता
पिता
पिता की मौजूदगी परिवार में सूरज की तरह होती है.
पिता से हमें शंघर्ष
शब्द का अर्थ सीखना चाहिए
पिता से बड़ा कोई सलाहकार नहीं होता है
पिता वो वटवृक्ष है जो हमेशा छाव देते है
पिता परिवार का हौसला होता है
पिता ज्ञान और अनुभव के भंडार होते है
पिता बच्चे का सर्वश्रेष्ठ शिक्षक होता है
पिता का प्यार दीखता नहीं केवल महसूस किया जा सकता है
पिता संयम का दूसरा नाम है
पिता परिवार का अनुशासन होते है
पिता की सेवा चारोधाम से बढकर है
पिता अपने बच्चे के जीवन का बेहतरीन निर्माता होता है
पिता केवल शब्द नहीं जीवन का मंत्र है
पिता परिवार की रौनक और घर की शान होते है
पिता के पास हर मुसीबत में मुस्कुराने का हुनर होता है
पिता एक किताब है जिसमे अनुभव के अनमोल पाठ लिखे होते है
पिता परिवार रूपी फलदार वृक्ष की जड़ है
पिता अपने बच्चे का पहला मित्र होता है
पिता एक शख्सियत नहीं त्याग की मिशाल होते है
पिता से बड़ा कोई शुभचिंतक नहीं नहीं होता है
पिता जिस घर में हँसते है उस घर में भगवान बसते है
पिता दुनिया के लिए एक व्यक्ति है लेकिन परिवार के लिए पूरी दुनिया.
पिता जीवन के आधारस्तंभ होते है
पिता पूरे परिवार की खूबसूरती है
पिता अपने बच्चे के चेहरे की मुस्कराहट होते है
पिता का आशीर्वाद हर मुसीबत से बचाता है
पिता वो इन्सान है जो चाहते है मेरे बच्चे मुझसे ज्यादा कामयाब हो
पिता का आशीर्वाद होता है हर कामयाब संतान के पीछे.
पिता की बात मानकर देखों जिंदगी संवर जायेगी.
पिता की क्षमता का अंदाजा लगाना मुश्किल है
पिता परिवार का सुरक्षा कवच होता है
पिता फक्र करते है पर जिक्र नहीं करते
पिता की वसीयत नहीं नसीयत याद रखो
पिता शब्द को परिभाषित कर पाना आसान नहीं
पिता वह महान ग्रन्थ है जिस पर अनुभव लिखा होता है
पिता वह आग है जो कच्चे घड़े को पकाता है पर जलाता नहीं
पिता अपने संतान को जीवन की धुप से परिचय कराता है
पिता की साधारण बातों में असाधारण अर्थ छुपे होते है
पिता से हम संघर्ष और संस्कार दोनों सीखते है.
पिता त्याग और बलिदान का दूसरा नाम है
पिता इस धरती पर भगवान का अवतार है
पिता के सानिंध्य में बरगद की छाव का एहसास होता है
पिता से हम नैतिक मूल्यों का पाठ सीखते है
पिता अपने संतान के दुःख में रोता है और अपने संतान के सुख में हँसता है
पिता व्यक्तित्व विकास का विश्वविध्यालय होता है
पिता की अर्थपूर्ण चुप्पी हमारे हजारों व्यर्थ शब्दों से बेहतर होती है
पिता परिवार रूपी ईमारत के बुनियाद होते है
पिता शब्द को परिभाषित कर पाना आसान नहीं
पिता घर के छत के समान होते है
पिता वह प्रकाश है जो अँधेरे में भी राह दिखाते है
पिता का आशीर्वाद असंभव को संभव बना देता है
पिता के पैरों को छूने वाला कभी गरीब नहीं होता
पिता के पास अद्भूत सहनशक्ति होती है.
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